इस दुनिया से.........
अजीत मालवीया'ललित'
जिस दिन में विदा हो जाऊंगा,
आप सभी को बहुत याद आऊंगा।
मेरी शरारतों का आइना छोड जाऊंगा,
उसे दिखाकर आप सभी को रुलाऊंगा।
मेरी यादों से आपका मन बहलाऊंगा,
याद तो करोगे आप सभी मुझको,
लेकिन फिर लौटकर कभी न आऊंगा।
आपके आंसुओं का सागर मैं बनाऊंगा,
जिसमें अश्रुरहित डुबकियाँ में लगाऊंगा,
क्योंकि दुनिया से सफल होकर ही मैं जाऊंगा।
दोस्तों को बहुत सताऊंगा,
किंतु उनकों मंजिलों की राह में दिखाऊंगा।
कभी न रुकना उनकों मैं सिखाऊंगा,
बढते ही रहने की सीख देकर जाऊंगा।
देख लेना बहुत याद आऊंगा,
जिस दिन में विदा हो जाऊंगा ।।
अजीत मालवीया'ललित'
जिस दिन में विदा हो जाऊंगा,
आप सभी को बहुत याद आऊंगा।
मेरी शरारतों का आइना छोड जाऊंगा,
उसे दिखाकर आप सभी को रुलाऊंगा।
मेरी यादों से आपका मन बहलाऊंगा,
याद तो करोगे आप सभी मुझको,
लेकिन फिर लौटकर कभी न आऊंगा।
आपके आंसुओं का सागर मैं बनाऊंगा,
जिसमें अश्रुरहित डुबकियाँ में लगाऊंगा,
क्योंकि दुनिया से सफल होकर ही मैं जाऊंगा।
दोस्तों को बहुत सताऊंगा,
किंतु उनकों मंजिलों की राह में दिखाऊंगा।
कभी न रुकना उनकों मैं सिखाऊंगा,
बढते ही रहने की सीख देकर जाऊंगा।
देख लेना बहुत याद आऊंगा,
जिस दिन में विदा हो जाऊंगा ।।
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